
नमस्कार दोस्तों स्वागत है
बहुत ही आसान भाषा में समझे तो वेब होस्टिंग एक किराए का घर है|
जैसे मान लीजिए आप किसी के घर गए तो उन्होंने आप को होस्ट किया उसी तरह से वेब होस्टिंग का मतलब होता है आप इंटरनेट में कहीं गए आपको डाटा किसने दिय औरयह सब कंप्यूटर की दुनिया है तो कंप्यूटर ही रिक्वेस्ट करता है और कंप्यूटर ही उस रिक्वेस्ट को पूरा करता है या नहीं होस्ट Host को इसीलिए Server भी कहा जाता है क्योंकि वह चीजों को देता हैइसलिए किसी Webhostके पास बहुत सारे Server होते हैं
जो मांगने पर हर वो चीज देता है जो आपको या वहां आने वाले को चाहिए |
अब जब कंप्यूटर जी डाटा को मांग रहा है और कंप्यूटर है उसको दे रहा है तो पोस्ट जो है वह भी कंप्यूटर है
और वह कंप्यूटर कहां पर है वह कंप्यूटर है इंटरनेट पर कहीं मौजूद है
यहां मांगने वाले हैं विजिटर्स जो आप आपके ब्लॉग पर आए हैं और देने वाला है वेब होस्टिंग
अब आप कहेंगे अगर मेहमान आए हैं तो आप अपने घर बुला ले क्यों मैं किसी और के घर पर भेजूं
तो बिल्कुल आप अपने कंप्यूटर को भी host बना सकते हैं पर उसके लिए आप अ कंप्यूटर उस लायक होना चाहिए उसे 24 घंटे on भी होना चाहिए क्योंकि विजिटर किसी भी टाइम आ सकता है और मेंटेनेंस का भी कार्य आपको देखना पड़ेगा आपको उसके सिक्योरिटी भी देखनी पड़ेगी
यह सारे कार्य एक नार्मल कंप्यूटर नहीं कर सकता इसलिए हमें एक web होस्टिंग प्रोवाइडर की जरूरत पड़ती है जो आपके हैं कार्य बहुत आसानी से कर सकता है
पर फिर भी अगर आपको लगता है कि सारे कार्य आप अपने कंप्यूटर से कर सकते हैं तो आप हमारा यह अगला ब्लॉक पढ़ सकते हैं
janakriinhindi.in/ how to make you local computer hos
वेब होस्टिंग कार्य कैसे करती है
जैसा कि आप जान चुके हैं वेब होस्टिंग भी कंप्यूटर होता है तो प्रोवाइडर आपको एक कंप्यूटर देता है जो आपके लिए आपके विजिटर को संभालेगा
वेब होस्टिंग कितने प्रकार की होती है
Web Hosting के प्रकार उससे होने वाली जरूरत पर निर्भर करते हैं
1)Shared hosting
शेयर्ड होस्टिंग का मतलब है एक ही कंप्यूटर के server पर बहुत लोगों के साथ शेयर किया गया
इसमें आप ऐसा समझ सकते हैं कि एक बड़ा सा कमरा है जिसमें बहुत सारे लोगों के विजिटर रुके हुए हैं
VPS hosting Virtual private hosting जैसे कि नाम से ही पता चल रहा है इस होस्टिंग के अंदर आपको एक प्राइवेट होस्टिंग दी जाती है जिसमें सीपीयू रैम सिर्फ आप ही यूज़ करेंगे यह किसी पर्सनल कमरे की तरह होता है
2) cloud hosting
क्लाउड होस्टिंग बहुत ही नई तकनीक इसमें सरवर एक जगह ना होकर क्लाउड के अंदर बहुत जगह होता है और जहां से विजिटर आता है वह उसे उससे उसकी नजदीकी सर्वर से डाटा और सुविधाएं मिल जाती है
इससे सरवर की क्षमता काफी बढ़ जाती है और विजिटर को भी काफी आसानी होती है
और जानने के लिए यहां पढ़ें
jankariinhindi.in/cloudhosting
3)Hosting based on operating systems कई बार सरवर कुछ खास भाषा में ही बातों को समझता है यानी ऑपरेटिंग सिस्टम उसका अलग अलग हो सकता है|मान लीजिए कोई Linux भाषा समझने वाला को Windows भाषा समझने में परेशानी होगी
कौन सी वेब होस्टिंग सर्विस को चुने
इसका उत्तर आपकी जरूरत पर निर्भर करता है कि आपके कितने विजिटर है यानी आपको कितने डिक स्पेस की जरूरत है
कोई भी Web Hosting Select करने से पहले निम्नलिखित चार बातों का ध्यान जरूर रखिएगा
1)Disk space इसका मतलब होता है सर्वर पर आपको कितनी जगह चाहिए या आसान भाषा में होटल में आपको कितने कमरे चाहिए या सुविधाएं चाहिए
2)Bandwidth का सीधा सा मतलब होता है कि आपका सरवर दिए गए समय के अंदर कितना डाटा विजिटर को दे सकती है कई होस्टिंग प्रोवाइडर अनलिमिटेड बैंडविथ का वायदा करते हैं
3)Uptime यह किसी वेब होस्टिंग प्रोवाइडर की क्वालिटी को दर्शाता है कि उनके web-server ने कितनी बारविजिटर को सुविधाएं दी और कितनी बार वह असमर्थ रह गया किसी भी कारण की वजह सेज्यादातर होस्टिंग प्रोवाइडर 99.99 % तक वायदा करते हैं
4) Customer service यह बिंदु भी काफी अहम है कोई भी परेशानी हो तो आप इनसे संपर्क करेंगे
ऊपर दी गई बिंदु के आधार पर आप होस्टिंग प्रोवाइडर को चुन सकते हैं और नीचे दिए गए आर्टिकल को भी पढ़ सकते हैं
jankariinhindi.in/besthostingprovider
अगर आपको अभी भी कोई बिंदु समझ में नहीं आई तो आप नीचे कमेंट कर सकते हैं
फ्री वेब होस्टिंग क्या होती है यह जानने के लिए और इसका फायदा उठाने के लिए
नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कीजिए
janakariinhindi.in/freewebhosting